
भारत का स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त को हमें उस महान बलिदान और संघर्ष की याद दिलाता है, जिसकी बदौलत हमें अंग्रेजी शासन से आज़ादी मिली। 15 अगस्त 1947 को भारत ने स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाई, और इस दिन का हर भारतीय के हृदय में विशेष स्थान है।
लंबे संघर्ष, सत्याग्रह और अनेक बलिदानों के बाद हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की। महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, रानी लक्ष्मीबाई जैसे अनेकों वीरों के साहस और त्याग ने हमें स्वतंत्रता दिलाई।
15 अगस्त 1947 को जब पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया, तो यह सिर्फ़ आज़ादी का ऐलान नहीं था, बल्कि एक नए भारत के सपनों की शुरुआत थी।
आजादी के 78 साल बाद भी यह दिन हमें एकजुट होकर देश की प्रगति में योगदान देने की प्रेरणा देता है। स्वतंत्रता सिर्फ़ राजनैतिक नहीं है, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी विकास में भी है। नई पीढ़ी को चाहिए कि वह शिक्षा, तकनीक, विज्ञान और नैतिकता में आगे बढ़कर भारत को विश्व गुरु बनाए।
Shivoham Digital Information Technology Education Trust (SDITS) मानता है कि सच्ची स्वतंत्रता तभी संभव है जब देश का हर नागरिक शिक्षित, जागरूक और आत्मनिर्भर हो।
SDITS कंप्यूटर शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को सक्षम बनाकर राष्ट्र की प्रगति में अपना योगदान दे रहा है। हमारा उद्देश्य है कि हर युवा डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाए।
आज हमें स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाना है – जहाँ कोई अशिक्षित न हो, बेरोजगारी न हो और तकनीकी प्रगति का लाभ हर व्यक्ति तक पहुँचे।
हम सबको चाहिए कि हम अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी, मेहनत और देशभक्ति को प्राथमिकता दें।
15 अगस्त सिर्फ़ एक उत्सव नहीं, बल्कि एक संकल्प है – कि हम भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगे।
आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम सभी यह प्रण लें कि शिक्षा, तकनीक और नैतिकता के साथ हम अपने देश को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाएँगे।
“जय हिंद, जय भारत”
– SDITS परिवार की ओर से स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।